हरियाणा सरकार अपने नागरिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सशक्त प्रयास कर रही है। वह सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने की कोशिश कर रही है और साथ ही उद्योग और वाणिज्य को बढ़ावा देने के लिए भी निरंतर प्रयास कर रही है।
हरियाणा सरकार ने औद्योगिक क्षेत्र में अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, यदि प्रदेश का कोई युवा उद्यमी अपनी स्टार्टअप का पेटेंट करता है, तो सरकार मदद करेगी!
हरियाणा के डिप्टी सीएम, दुष्यंत चौटाला, ने उद्योग और वाणिज्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में, डिप्टी सीएम ने करीब 6 योजनाओं को अंतरिम मंजूरी दी। हरियाणा राज्य स्टार्टअप योजना की शुरुआत हरियाणा सरकार द्वारा वर्ष 2022 में की गई थी।
इस योजना का उद्देश्य युवाओं को नए स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना था। सरकार की इस योजना के तहत युवाओं को कम से कम 5000 नए स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना था।
इसके अलावा, शिक्षा संस्थानों और उद्योगों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। हरियाणा सरकार का मुख्य उद्देश्य छह परियोजनाओं की शुरुआत करके राज्य के युवाओं को अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करना है। साथ ही, उपमुख्यमंत्री ने ऐसे योजनाओं का ऐलान किया है जैसे क्लाउड स्टोरेज रिमेंबरेंस, लीज रेंटल सब्सिडी स्कीम, और सहायक तेजी से आगे बढ़ाने कार्यक्रम, जिन्हें जल्द ही लागू किया जाएगा। इस पहल की आशा है कि यह कदम हरियाणा के युवाओं को अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करने में सहायक होगा।