“मेवात विकास बोर्ड बैठक 2025” 6 जून को नूंह में आयोजित होगी। CM नायब सिंह सैनी खुद करेंगे विकास योजनाओं की समीक्षा। जानिए कौन-कौन होंगे शामिल और किन-किन मुद्दों पर होगी चर्चा।
6 जून को नूंह में ऐतिहासिक बैठक, 18 से ज्यादा विकास प्रस्तावों पर होगी चर्चा
हरियाणा के नूंह जिले में 6 जून 2025 को होने जा रही मेवात विकास बोर्ड बैठक 2025 राज्य की विकास रणनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होने जा रही है। इस हाई-प्रोफाइल मीटिंग की अध्यक्षता खुद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करेंगे, जिससे इस बैठक का महत्व कई गुना बढ़ गया है।
क्या है सरकार का एजेंडा?
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने जानकारी दी कि बैठक के लिए 18 मुख्य एजेंडों की लिस्ट तैयार की गई है, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण सड़कें, महिला सशक्तिकरण, खेल सुविधा और कृषि विकास से जुड़े मुद्दे प्रमुख रूप से शामिल हैं। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा मौके पर दिए गए सुझावों के आधार पर अतिरिक्त एजेंडे भी बैठक में जोड़े जाएंगे।
CM सैनी की मौजूदगी से बढ़ी उम्मीदें, Mewat को मिलेगा विकास का नया रुख
नूंह जैसे पिछड़े जिले में मुख्यमंत्री की सीधी भागीदारी इस बात का संकेत है कि सरकार अब जमीन पर प्रभावी बदलाव चाहती है। सैनी का यह दौरा न केवल योजनाओं की समीक्षा करेगा, बल्कि लोगों से सीधा संवाद कर “गवर्नेंस विद इमोशन” की मिसाल पेश करेगा।
इन क्षेत्रों पर खास फोकस:
- 📚 शिक्षा सुधार व नई स्कूल बिल्डिंग्स
- 🏥 स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या व गुणवत्ता में सुधार
- 🏏 युवाओं के लिए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
- 👩🌾 महिलाओं के लिए स्वरोजगार योजना
- 🚜 पलवल के हथीन क्षेत्र में सिंचाई परियोजनाएं
स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया
भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह पिंटू ने कहा कि यह बैठक नूंह जिले के लिए विकास की सौगात लेकर आएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि बैठक के बाद जिले में लंबे समय से अटकी परियोजनाओं को हरी झंडी मिलेगी।
कौन-कौन रहेगा शामिल?
इस बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, कई वरिष्ठ अधिकारी, बोर्ड के सदस्य और स्थानीय गणमान्य लोग शामिल होंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री बैठक के बाद आम जनता से भी संवाद करेंगे, जिससे नीतियों को लेकर पारदर्शिता और सहभागिता सुनिश्चित होगी।
नूंह के लिए क्यों है यह बैठक खास?
नूंह जिले को अक्सर विकास के मोर्चे पर पीछे माना जाता रहा है, लेकिन अब मेवात विकास बोर्ड की यह बैठक जिले के लिए “विकास का टर्निंग पॉइंट” बन सकती है। मुख्यमंत्री की प्रत्यक्ष निगरानी और 360-डिग्री योजना समीक्षा से उम्मीद की जा रही है कि नूंह अब पिछड़ेपन से उबरकर प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा।