Private School: हरियाणा में 30% प्राइवेट स्कूलों पर कार्रवाई तय, शिक्षा विभाग सख्त
Haryana News: हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी एक बड़ी खबर सुर्खियों में है। राज्य में हजारों निजी स्कूलों की मनमानी पर अब शिक्षा विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई का बिगुल बजा दिया है। जानकारी के मुताबिक, हरियाणा के करीब 30% प्राइवेट स्कूलों ने अब तक ‘राइट टू एजुकेशन (RTE)’ के तहत निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया है। शिक्षा विभाग ने इन स्कूलों की लिस्ट तैयार कर ली है और जल्द ही इन पर गाज गिरने वाली है।
RTE नियमों की अनदेखी पर अब नहीं मिलेगी ढील
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने इस संबंध में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिन स्कूलों ने RTE के नियमों का पालन नहीं किया है, उनकी मान्यता रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की जाए। उज्जवल पोर्टल पर स्कूलों द्वारा दी गई जानकारी के विश्लेषण से पता चला है कि लगभग 30% स्कूलों ने न तो गरीब वर्ग के बच्चों के लिए 25% आरक्षित सीटों की प्रक्रिया पूरी की और न ही आवश्यक जानकारी अपडेट की।
सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलेंगी मुफ्त किताबें और यूनिफॉर्म की राशि
सिविल सचिवालय, चंडीगढ़ में हुई समीक्षा बैठक में शिक्षा मंत्री ने यह भी घोषणा की कि पहली से आठवीं कक्षा तक के सभी सरकारी स्कूलों के बच्चों को 21 अप्रैल 2025 तक मुफ्त किताबें उपलब्ध करवा दी जाएंगी। साथ ही यूनिफॉर्म के लिए निर्धारित राशि अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक सीधे छात्रों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि छात्रों को किसी भी प्रकार की सुविधा में देरी न हो।
निजी स्कूल नहीं थोप सकते दुकान या यूनिफॉर्म – अब होगी सख्त कार्रवाई
हरियाणा स्कूल शिक्षा नियमावली 2003 के तहत कोई भी निजी स्कूल छात्रों या अभिभावकों को एक तय दुकान से किताबें, स्टेशनरी या यूनिफॉर्म लेने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। इसके साथ ही स्कूल अपनी यूनिफॉर्म को कम से कम पांच साल तक नहीं बदल सकते। यह नियम छात्रों को आर्थिक शोषण से बचाने के लिए लागू किया गया है, लेकिन कई निजी स्कूल अब भी इस नियम की अनदेखी कर रहे हैं।
शिकायतों की जांच तेज़ – दोषियों पर जल्द गिर सकती है कार्रवाई की गाज
अब तक शिक्षा विभाग को लगभग 97 शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं, जिनमें निजी स्कूलों की मनमानी, किताबों और यूनिफॉर्म को लेकर जबरदस्ती जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। विभाग ने इन शिकायतों की गहन जांच शुरू कर दी है और दोषी पाए जाने वाले स्कूलों पर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में शामिल हुए ये वरिष्ठ अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में हरियाणा एलिमेंट्री एजुकेशन के डायरेक्टर विवेक अग्रवाल और सेकेंडरी एजुकेशन के डायरेक्टर जितेंद्र दहिया भी शामिल रहे। उन्होंने जिलों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि नियमों की अवहेलना करने वाले स्कूलों की सतत निगरानी की जाए।