रुखसाना की उपलब्धि से उनके परिवार की खुशियों की सीमा नहीं है। उन्होंने नूंह जिले का नाम उज्ज्वल किया है। उनके पिता सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के प्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त हैं।
Haryana News: नूंह की इस बेटी ने पश्चिम बंगाल में न्यायाधीश के रूप में न्याय करने की जिम्मेदारी संभाली है। रुखसाना ने वेस्ट बंगाल पब्लिक सर्विस कमीशन की न्यायिक परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त कर अपने क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है। उनकी सफलता पर परिवार अत्यंत प्रसन्न है। गांव सुनारी की निवासी रुखसाना ने 24 मार्च 2023 को पश्चिम बंगाल में यह परीक्षा दी थी, और 2 से 12 मई तक मुख्य परीक्षाएं संपन्न हुईं।
22 अप्रैल को उनका साक्षात्कार हुआ और पश्चिम बंगाल पब्लिक सर्विस कमीशन ने मंगलवार को न्यायिक परीक्षा के परिणाम घोषित किए। रुखसाना को इस परीक्षा में तीसरा स्थान मिला और अब वह पश्चिम बंगाल में न्यायाधीश बनेंगी। उन्होंने अपनी दसवीं की पढ़ाई तावडू के मॉडल स्कूल से की और इंटर की पढ़ाई के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी गईं। वहां से 12वीं पास करने के बाद उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से एलएलबी और एलएमएल की डिग्री हासिल की।
नूंह की बेटी ने पश्चिम बंगाल में फहराया परचम:
रुखसाना 2021-22 की हरियाणा न्यायिक परीक्षा में भी साक्षात्कार तक पहुंची थीं। सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक से सेवानिवृत्त उनके पिता मोहम्मद इलियास अपनी बेटी की सफलता से बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद रुखसाना की मां ने उनकी शादी करने पर जोर दिया था, लेकिन रुखसाना ने अपनी मां की जिद के आगे हार नहीं मानी।
न्यायिक परीक्षा में प्राप्त किया तीसरा स्थान:
रुखसाना ने 12वीं के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखी। उनकी पढ़ाई के प्रति रुचि देखकर उनकी मां को भी अपने कदम पीछे खींचने पड़े। उनके पिता ने बताया कि उस समय लिया गया फैसला आज पूरे परिवार और क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण है। रुखसाना के सिविल जज बनने पर घर में बधाई देने वालों की भीड़ लगी हुई है और परिजनों को बधाई संदेश भेजे जा रहे हैं।