नई दिल्ली। जब किसी का कोई काम करने का दृढ़ निश्चय होता है, तो संघर्ष और चुनौतियाँ केवल एक मात्र कदम से दिखाई देती हैं। मुश्किल रास्ते भी उन हौसलावालों को अकेले मंजिल तक पहुंचा देते हैं। सफलता की कहानी अक्सर ऐसे दृढ़ निश्चय से प्रेरित होती है, जिन्होंने गरीबी और अभाव के बीच अपना बचपन और युवावस्था बिताया है। हालांकि, करने का जूनून हमेशा जिज्ञासु मन में था। एक महिला जो कभी 5-5 रुपये की मजदूरी करती थी, आज अमेरिका में अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी का संचालन कर रही है, जो अब अरबों डॉलर की कंपनी बन चुकी है।
ज्योति रेड्डी (Jyothi Reddy) का जन्म तेलंगाना के वारंगल में हुआ था। उनके पिता बहुत ही गरीब थे और पैसों की कमी के कारण, जब ज्योति को 8 साल की उम्र में छोड़ दिया गया, तो वह एक अनाथालय में चली गईं। वहां ज्योति को पूरा भोजन मिलता था और उन्हें सरकारी स्कूल में शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिला।
ज्योति ने अपनी समझदारी की दहलीज पर कदम रखा ही नहीं था, क्योंकि उनकी उम्र सिर्फ 16 साल थी जब उनकी शादी एक किसान से हो गई। 18 साल की आयु तक, ज्योति दो बच्चों की मां बन गई। परिवार का पेट पालने के लिए, उन्होंने 5 रुपये की दिहाड़ी मजदूरी करना शुरू कर दिया था, जो कि खेतों में होती थी। यह सिलसिला 1985 से 1990 तक चला। फिर एक सरकारी योजना के तहत, उन्हें पढ़ाई का मौका मिला और रात्रि में कपड़ों की सिलाई करके कुछ पैसे कमाने लगीं।
ज्योति ने समाज और परिवार के दबावों का सामना करते हुए भी अपने पढ़ाई के जोश को कभी नहीं छोड़ा। 1994 में उन्होंने डॉ भीम राव अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री प्राप्त की, और फिर 1997 में काकतिया यूनिवर्सिटी से पीजी किया। इतनी पढ़ाई के बाद भी, ज्योति की मासिक कमाई केवल 398 रुपये थी।
एक रिश्तेदार ने किस्मत बदल दी।
जब अमेरिका से आए उनके एक रिश्तेदार ने विदेश जाकर काम करने की हौसला दिया, तो ज्योति की जिंदगी में प्रकाश आया। उसके बाद, ज्योति ने कंप्यूटर कोर्स किया और परिवार को छोड़कर अमेरिका चली गई। अमेरिका पहुंचकर भी, ज्योति को कई मुश्किलें झेलनी पड़ीं। उन्हें पेट्रोल पंप से लेकर बेबी सिटिंग तक का काम करना पड़ा। धीरे-धीरे, उन्होंने कुछ पैसे बचा लिए और अपना खुद का काम शुरू करने का फैसला किया।
2001 में सॉफ्टवेयर कंपनी बनाई
ज्योति ने 40 हजार डॉलर की पूंजी एकत्र की थी, जिसकी मदद से उन्होंने साल 2001 में अमेरिका के एरिजोना स्थित फीनिक्स में की सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस (Key Software Solutions) नाम से कंपनी बनाई। उनकी मेहनत रंग लाई और पहले साल 1.68 लाख डॉलर का मुनाफा हुआ। 3 साल के भीतर कंपनी का मुनाफा बढ़कर 1 मिलियन यानी 10 लाख डॉलर पहुंच गया। 2021 में कंपनी का राजस्व 2.39 अरब डॉलर, यानी लगभग 200 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था। आज ज्योति की कंपनी का बाजारी मूल्य 1 अरब डॉलर, यानी लगभग 8,300 करोड़ रुपये को भी पार कर चुका है। उनकी कंपनी में आज 100 से अधिक लोग काम कर रहे हैं। ज्योति के पास अमेरिका में चार घर और हैदराबाद में एक मैंशन है। मर्सिडीज कार और सैकड़ों कपड़ों का कलेक्शन भी रखती हैं।