हरियाणा सरकार ने ऊर्जा संरक्षण और बिजली चोरी को रोकने के लिए स्मार्ट मीटर योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, राज्य के दस जिलों में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जिससे उपभोक्ता अपने मोबाइल की तरह स्मार्ट मीटर में रिचार्ज करवा सकेंगे।
स्मार्ट मीटर क्या हैं?
स्मार्ट मीटर एक ऐसा उपकरण है जो बिजली की खपत को रियल-टाइम में मापता है और इसे बिजली कंपनी को भेजता है। इससे उपभोक्ताओं को अपने बिजली के उपयोग की जानकारी मिलती है और वे अपने बिजली बिल को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं।
स्मार्ट मीटर के लाभ
1. ऊर्जा संरक्षण: स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता अपनी बिजली की खपत पर नजर रख सकते हैं और ऊर्जा की बचत कर सकते हैं।
2. बिजली चोरी में कमी: इस तकनीक से बिजली चोरी पर लगाम लगाई जा सकती है।
3. सुविधाजनक भुगतान: उपभोक्ता अपने स्मार्ट मीटर को ऑनलाइन रिचार्ज कर सकते हैं, जिससे भुगतान की प्रक्रिया सरल होती है।
हरियाणा में स्मार्ट मीटर योजना की प्रगति
हरियाणा विद्युत नियामक आयोग (HERC) ने ‘हरियाणा विद्युत नियामक आयोग (प्रीपेड स्मार्ट मीटरिंग) विनियम, 2021’ के अंतर्गत स्मार्ट मीटरिंग के लिए नए विनियमों की चर्चा की है। इसके अलावा, ऊर्जा दक्षता सेवा लिमिटेड (EESL) ने उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (UHBVN) और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN) के साथ स्मार्ट मीटर लगाने के लिए समझौता किया है।
आगे की दिशा?
स्मार्ट मीटर योजना हरियाणा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो ऊर्जा संरक्षण और डिजिटल भारत की दिशा में अग्रसर है। इस योजना की सफलता से न केवल बिजली की बचत होगी, बल्कि उपभोक्ताओं को भी एक बेहतर और सुविधाजनक बिजली आपूर्ति प्रणाली मिलेगी।