Nuh Kendriya Vidyalaya Approval 2025: अब जिले के छात्रों को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अपने ही इलाके में
नूंह जिले के छात्रों और अभिभावकों के लिए बड़ी राहत भरी खबर आई है। लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार सालाहेड़ी गांव में जिले का पहला केंद्रीय विद्यालय (Kendriya Vidyalaya) खोलने की मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही फिरोजपुर झिरका में राजकीय मॉडल कॉलेज की नई इमारत के निर्माण की प्रक्रिया भी तेज हो गई है।
इन दोनों शैक्षणिक परियोजनाओं से नूंह जिले में शिक्षा की तस्वीर पूरी तरह बदलने की उम्मीद है।
सालाहेड़ी में खुलेगा नूंह का पहला केंद्रीय विद्यालय
केंद्र सरकार ने नूंह जिले में पहले केंद्रीय विद्यालय की स्थापना को आधिकारिक मंजूरी दे दी है। यह विद्यालय सालाहेड़ी गांव में बनाया जाएगा, जिसके लिए हरियाणा सरकार लगभग छह एकड़ भूमि निःशुल्क दे रही है।
जब तक स्कूल का स्थायी भवन तैयार नहीं हो जाता, तब तक छपेड़ा गांव के सरकारी स्कूल भवन में अस्थायी तौर पर कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि भूमि और अस्थायी भवन का हस्तांतरण जल्द पूरा किया जाएगा। साथ ही, विद्यालय भवन और संपत्ति पर कोई टैक्स या सेवा कर नहीं लगेगा, क्योंकि यह केंद्र सरकार की संपत्ति होगी।
प्रशासन ने शुरू की तैयारी
नूंह के उपायुक्त अखिल पिलानी ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय की मंजूरी मिलने के बाद प्रशासन ने जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि “स्कूल की इमारत तैयार होने तक अस्थायी कक्षाओं की व्यवस्था की जा रही है। हमारा उद्देश्य अगले सत्र से विद्यालय को शुरू करना है ताकि जिले के बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ उठा सकें।”
इस विद्यालय के खुलने से नूंह जिले के हजारों छात्रों को अपने ही क्षेत्र में उच्च स्तरीय शिक्षा मिलेगी। खासकर बेटियों के लिए यह पहल काफी मददगार साबित होगी, जिन्हें अब दूर-दराज के शहरों में नहीं जाना पड़ेगा।
फिरोजपुर झिरका में बनेगा नया राजकीय मॉडल कॉलेज भवन
नूंह जिले की उच्च शिक्षा व्यवस्था को और मज़बूती देने के लिए फिरोजपुर झिरका में राजकीय मॉडल कॉलेज की इमारत का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है।
इस परियोजना पर 8.62 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इमारत 15 महीने में पूरी की जाएगी।
लोक निर्माण विभाग (PWD) ने इसके टेंडर जारी कर दिए हैं।
यह कॉलेज दो साल पहले एक अस्थायी सरकारी स्कूल भवन में शुरू हुआ था, लेकिन अब स्थायी और आधुनिक कैंपस में छात्रों को पढ़ने का मौका मिलेगा।
शिक्षाविद् सिद्दीक अहमद के अनुसार, “मॉडल कॉलेज और केंद्रीय विद्यालय की स्थापना से नूंह जिले में शिक्षा का स्तर ऊँचा होगा। खासकर ग्रामीण और पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों, विशेष रूप से लड़कियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।”
शिक्षा के क्षेत्र में नूंह की नई शुरुआत
नूंह जिला अब शिक्षा के क्षेत्र में भी अपनी नई पहचान बना रहा है।
अब तक जिले के विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए गुरुग्राम, फरीदाबाद या दिल्ली पर निर्भर थे, लेकिन इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद जिले में ही उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा उपलब्ध होगी।
यह कदम न केवल शिक्षा के स्तर को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि बेटियों की शिक्षा को भी नई उड़ान देगा।








