Mewat News: मेवात शिक्षा संकट 2025: खराब रिजल्ट पर DC मेवात ने पिनगवां के सभी सरपंचों को लताड़ा। स्कूलों में शिक्षकों की कमी और शिक्षा सुधार पर सरपंचों की चुप्पी से प्रशासन नाराज़। जानिए पूरी रिपोर्ट।
मेवात शिक्षा संकट 2025: जब DC को पड़ी फ़िक्र, लेकिन सरपंचों की चुप्पी ने उड़ा दिए होश
मेवात जिला, जो लंबे समय से विकास से पीछे रहा है, अब शिक्षा के क्षेत्र में भी गंभीर संकट का सामना कर रहा है। हाल ही में एक मीटिंग में DC मेवात ने जब पिनगवा ब्लॉक के सभी सरपंचों को बुलाकर शिक्षा के खराब नतीजों पर सवाल उठाए, तो सभी सरपंच चुप्पी साधे बैठे रह गए।

DC का गुस्सा: “आप लोग इस पद के लायक नहीं”
DC साहब ने नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा –
“आपकी चुप्पी इस बात का संकेत है कि आप शिक्षा जैसे गंभीर विषय को लेकर बिल्कुल भी चिंतित नहीं हैं। अभी तक किसी भी सरपंच ने न तो स्कूलों में शिक्षकों की कमी की शिकायत दी, न ही शिक्षा व्यवस्था को लेकर कोई ठोस सुझाव!”
उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की लापरवाही मेवात के बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रही है, और अगर यही हाल रहा तो शिक्षा के नाम पर सिर्फ आंकड़े ही रह जाएंगे।
क्यों गहराता जा रहा है ‘मेवात शिक्षा संकट’?
- जिले में सरकारी स्कूलों में टीचर्स की भारी कमी
- कई स्कूलों में 1 या 2 शिक्षक ही पूरे स्कूल का भार उठा रहे हैं
- बुनियादी सुविधाओं का अभाव – जैसे कि टॉयलेट, डेस्क, पंखे
- सरपंचों और पंचायतों की निष्क्रियता
- न बच्चों में जागरूकता है, न ही अभिभावकों में ज़िम्मेदारी का एहसास
बिना नीति, बिना प्लान – सरपंच बने मूकदर्शक
मीटिंग में जब DC ने पूछा कि “आप लोगों ने इस खराब रिजल्ट को लेकर क्या योजना बनाई?”, तो एक भी सरपंच के पास कोई जवाब नहीं था। ये चुप्पी कहीं न कहीं स्थानीय नेतृत्व की लापरवाही और उदासीनता को उजागर करती है।