Nuh Nasha Mukti Abhiyan के तहत SP राजेश कुमार मीणा ने खुद फील्ड में जाकर ग्रामीणों को नशा छोड़ने की शपथ दिलाई और समाज को जागरूक करने का संकल्प लिया।
हरियाणा के नूह जिले में नशा एक गंभीर सामाजिक समस्या बन चुका है, और इसे खत्म करने के लिए अब पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है। नूह नशा मुक्ति अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक (SP) राजेश कुमार मीणा ने खुद फील्ड में उतरकर एक बड़ी मिसाल पेश की है।
SP मीणा ने गांव-गांव जाकर ग्रामीणों से संवाद किया, उन्हें नशे के दुष्परिणामों के बारे में बताया और फिर सबको एक साथ नशा छोड़ने की शपथ दिलाई। यह पहल केवल एक औपचारिकता नहीं बल्कि समाज को जागरूक करने की एक ठोस कोशिश है।

उन्होंने कहा कि “नशा एक सामाजिक बीमारी है, जिसे जड़ से खत्म करने के लिए हम सभी को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे।”
इस अभियान की खास बातें जो इसे बना रही हैं यूज़र अट्रैक्टिव और ट्रेंडिंग:
- युवा केंद्रित जागरूकता: स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से इस अभियान से जोड़ा जा रहा है, ताकि नशा की जड़ पर ही वार किया जा सके।
- डिजिटल माध्यमों का उपयोग: सोशल मीडिया, व्हाट्सएप ग्रुप्स और स्थानीय डिजिटल इन्फ्लुएंसर्स के ज़रिए इस मुहिम को और भी व्यापक बनाया जा रहा है।
- महिलाओं की भागीदारी: महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) को भी इस अभियान से जोड़ा गया है, जिससे समाज के हर वर्ग तक संदेश पहुंच सके।
- मोबाइल काउंसलिंग वैन: जल्द ही ग्रामीण क्षेत्रों में नशा मुक्ति काउंसलिंग के लिए मोबाइल यूनिट्स की शुरुआत की जाएगी, जो फ्री में परामर्श देंगी।
SP मीणा की यह पहल यह दर्शाती है कि प्रशासन केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक सुधार में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।