Emergency Movie इतिहास के अंधेरे पन्नों की सच्चाई, कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ की स्पेशल स्क्रीनिंग पर नितिन गडकरी हुए भावुक, लोगों से की खास अपील
नई दिल्ली। कंगना रनौत की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘इमरजेंसी’ 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए पूरी तरह तैयार है। लंबे समय से चर्चा और विवादों में रही इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। आधिकारिक रिलीज से पहले कंगना ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के लिए नागपुर में फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग का आयोजन किया। इस दौरान नितिन गडकरी ने कंगना रनौत और अनुपम खेर के साथ फिल्म देखी और सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं साझा कीं।
नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “नागपुर में कंगना रनौत और अनुपम खेर के साथ फिल्म ‘इमरजेंसी’ की विशेष स्क्रीनिंग में शामिल होने का अवसर मिला। मैं दिल से पूरी टीम का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने भारत के इतिहास के इस काले अध्याय को पर्दे पर पूरी ईमानदारी और गहराई के साथ दिखाया। मैं सभी से इस फिल्म को देखने का आग्रह करता हूं क्योंकि यह हमारे अतीत के एक महत्वपूर्ण और सच्चे पहलू को उजागर करती है।”
कई सितारों से सजी है फिल्म
कंगना रनौत के प्रोडक्शन हाउस ‘मणिकर्णिका फिल्म्स’ के बैनर तले बनी इस फिल्म का निर्देशन और निर्माण खुद कंगना ने किया है। उन्होंने इसमें भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभाई है। फिल्म में अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, अशोक छाबरा, महिमा चौधरी, मिलिंद सोमन और सतीश कौशिक जैसे कलाकार अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे।
कंगना का सादगी भरा अंदाज
नागपुर में आयोजित इस विशेष स्क्रीनिंग में कंगना रनौत ने ऑफ-व्हाइट साड़ी और पारंपरिक लुक में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उनके सादगी भरे अंदाज ने लोगों का ध्यान खींचा, और सोशल मीडिया पर उनके लुक को खूब सराहा गया।
कंगना ने जताया आभार
एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए नितिन गडकरी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। कंगना ने लिखा, “आपकी सराहना और समर्थन मेरे लिए बहुत मायने रखता है। यह फिल्म हमारे इतिहास की एक गहरी और सच्ची झलक पेश करने की कोशिश है।”
फिल्म से जुड़े विवाद और चर्चाएं
‘इमरजेंसी’ का ट्रेलर पहले ही दर्शकों के बीच उत्सुकता बढ़ा चुका है। फिल्म में 1975-77 के दौरान देश में लगे आपातकाल की घटनाओं और इंदिरा गांधी के कार्यकाल की विवादित सच्चाइयों को दिखाया गया है। कंगना का यह प्रोजेक्ट न केवल एक ऐतिहासिक कहानी है, बल्कि सिनेमा के जरिए उस दौर के जटिल राजनीतिक और सामाजिक पहलुओं को भी सामने लाने की कोशिश करता है।