India-Pakistan Ceasefire 2025: भारत और पाकिस्तान ने किया फुल सीजफायर का ऐलान, डोनाल्ड ट्रंप ने बताया “कॉमन सेंस की जीत”
नई दिल्ली / इस्लामाबाद:
एक बड़ी कूटनीतिक सफलता के तहत भारत और पाकिस्तान ने तत्काल और पूर्ण संघर्षविराम (Ceasefire) पर सहमति जताई है। यह जानकारी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल (Truth Social) हैंडल पर साझा की। दोनों देशों के बीच जारी सीमा तनाव के बीच यह खबर एक राहतभरी सांस की तरह सामने आई है।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर दी जानकारी
ट्रंप ने लिखा:
“एक लंबी रात की वार्ता के बाद, जो अमेरिका की मध्यस्थता में हुई, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान ने फुल और इमीडिएट सीजफायर पर सहमति जताई है। दोनों देशों को कॉमन सेंस और बुद्धिमत्ता दिखाने के लिए बधाई! इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!”
इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है, और यह संदेश तेजी से वायरल हो गया है।
सीमा तनाव के बीच बड़ा फैसला
हाल ही में भारत-पाक सीमा पर बढ़ते तनाव और लगातार हो रही गोलीबारी से हालात बेहद संवेदनशील हो गए थे। ऐसे में यह संघर्षविराम का ऐलान बेहद अहम माना जा रहा है। अमेरिका की गुप्त मध्यस्थता ने इस फैसले में बड़ी भूमिका निभाई है।
क्षेत्रीय स्थिरता की ओर एक कदम
अगर यह संघर्षविराम कायम रहता है, तो यह दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकता है। हालांकि इतिहास गवाह है कि ऐसे समझौते पहले भी हो चुके हैं, लेकिन इस बार वैश्विक समर्थन और अमेरिकी पहल इसे एक मजबूत आधार प्रदान कर सकती है।
मुख्य बिंदु:
- पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर सहमति।
- अमेरिका की मध्यस्थता से हुआ समझौता।
- दोनों देशों ने समझदारी और संयम का प्रदर्शन किया।
- आगे बातचीत और व्यापार फिर शुरू होने की उम्मीद।
दुनिया भर से मिल रही प्रतिक्रियाएं
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस फैसले को “दक्षिण एशिया में स्थायी शांति की दिशा में एक कदम” बताया।
- भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से फिलहाल कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक जल्द ही संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हो सकती है।
- पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने अमेरिका की भूमिका की सराहना की और समझौते की पुष्टि की है।
क्या यह संघर्षविराम टिकेगा?
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह शुरुआत है, लेकिन इस समझौते को बनाए रखने के लिए पारदर्शी संवाद, निरंतर वार्ता और राजनैतिक इच्छाशक्ति जरूरी होगी। आने वाले सप्ताह यह तय करेंगे कि यह केवल एक विराम है या स्थायी शांति की शुरुआत।
भारत और पाकिस्तान के बीच अचानक आया यह संघर्षविराम समझौता 2025 की सबसे बड़ी कूटनीतिक खबर बन सकता है। डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा ने एक नई बहस को जन्म दिया है—क्या अब वाकई बातचीत बम और गोलियों से ज्यादा ताकतवर हो गई है?